Thursday

भारतीय बैंकिंग व्यवस्था

* यूरोपीय प्रणाली पर आधारित देश में पहला बैंक १७७० में बैंक ऑफ़  हिंदुस्तान के नाम से खोला गया जो असफल रहा.

* सरकार के वित्तीय सहयोग से  १८०६ में बैंक ऑफ़ बंगाल के नाम से कोलकाता में प्रेसिडेंसी बैंक की स्थापना की गई..

* पूर्ण रूप से पहला भारतीय बैंक "पंजाब नेशनल बैंक" था जिसकी स्थापना १८९४ में की गई.
* १९२१ में कोलकाता, मद्रास , और बम्बई के प्रेसिडेंसी बैंकों को मिलकर "इम्पिरिअल बैंक ऑफ़ इंडिया" की स्थापना की गयी जिसे १९५५ से "भारतीय स्टेट बैंक" कहा जाता है.

* १९३५ में एक अधिनियम के द्वारा रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया का गठन किया गया.यह भारत का केंद्रीय बैंक है  जिसका राष्ट्रीयकरण १ जनवरी १९४९ को किया गया. रिज़र्व बैंक का मुख्यालय मुंबई में है.

* जुलाई १९६९ में भारत के १४ राष्ट्रीय बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया और पुनः  अप्रेल १९८० को ६ बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया लेकिन १९९३ में न्यू बैंक ऑफ़ इंडिया का विलय पंजाब नेशनल बैंक में होने से वर्तमान में कुल राष्ट्रीयकृत बैंकों के संख्या १९ है.

* बैंकिंग प्रणाली में सुधार हेतु १९९१ में नरसिम्हन समिति का गठन किया गया था. जिसने अपनी अनुशंसा में कहा की भारत के कम से कम ३ बैंकों को वैश्विक स्तर पर पहुचाने का प्रयास करना चाहिए.

* बेसेल-II मानक बैंकिंग और वित्तीय संस्थायों को अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप देने से सम्बंधित है. इनका निर्धारण स्विटजरलैंड के बेसेल नामक स्थान में किया गया था.

* बैंकों के ग्राहकों के समस्यायों के समाधान के लिए रिज़र्व बैंक ने जून १९९५ से बैंकिंग लोकपाल की व्यवस्था की है जिसके तहत ग्राहक बैंक से सम्बंधित समस्या / शिकायत दर्ज करा सकता है.

* भारत में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की स्थापना २ अक्टूबर  १९७५ से किया गया जो दूर दराज क्षेत्रो में बैंकिंग गतिविधिया संचालित करते है.




Posted By:-  Vivekanand Urja Punj, Jabalpur

Monday

भारत का भौतिक स्वरुप

भौगोलिक रूप से भारत को ४ प्रमुख प्रदेशों में विभाजित किया गया है.
१) उत्तर का पर्वतीय प्रदेश                  ३) प्रायद्वीपीय पठार
२) उत्तर का विशाल मैदान                 ४) तटीय मैदान एवं द्वीप समूह

A उत्तर का पर्वतीय प्रदेश :- यह प्रदेश धनुषाकार रूप में ४ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है जिसमें  हिमालय पर्वत श्रेणी, ट्रांस हिमालय, और पूर्वांचल की पहाड़ियां शामिल है..
अ) हिमालय पर्वत श्रेणी :- हिमालय का विस्तार सिन्धु नदी के गार्ज से ब्रम्हपुत्र नदी के गार्ज तक लगभग २४०० कि.मी. लम्बे क्षेत्र में है. यह विश्व का नवीनतम मोडदार पर्वत है. इसका निर्माण इओसीन से प्लायोसीन काल में टेथिस सागर कि भू-सन्नति में हुआ था. इसे भौगोलिक रूप से ३ भागों में बांटा गया है.
  •  महान हिमालय:- हिमालय कि सबसे उत्तरी श्रेणी जिसे हिमाद्री व वृहत हिमालय भी कहते है. विश्व कि सबसे ऊँची चोटी माउन्ट एवरेस्ट (८८४८ मी., नेपाल) इसी में स्थित है. महान हिमालय में स्थित प्रमुख शिखर कंचनजंगा,मकालू,धौलागिरी, आदि है. यहाँ से गंगा, यमुना और उसकी कई सहायक नदियाँ निकलती है. गंगोत्री एवं जेमू हिमनद प्रमुख है.
  • लघु हिमालय:- महान हिमालय के दक्षिण में स्थित इस पर्वत श्रेणी कि औसत ऊंचाई ३७००-४५०० मीटर है, जिसे "हिमाचल" व "मध्य हिमालय" भी कहते है. इसमें शिमला, नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा जैसे पर्यटन स्थल स्थित है. लघु हिमालय के ढाल में स्थित छोटे-छोटे मैदान को कश्मीर में "मर्ग" और उत्तराखंड में "पयार" कहते है.
  • शिवालिक हिमालय:- हिमालय के इस सबसे दक्षिणी भाग को बाहय हिमालय या उप हिमालय भी कहते है. इसकी औसत ऊंचाई लगभग ६००० मी. है. इसके मध्यवर्ती मैदानी भाग को "दून" कहते है.
ब) ट्रांस हिमालय :- यह महान हिमालय के उत्तर और तिब्बत के दक्षिण में स्थित है. इसमें कराकोरम, लद्दाख, जास्कर, और कैलाश पर्वत श्रेणियां प्रमुख है. ट्रांस हिमालय में भारत कि सबसे ऊँची और विश्व कि दूसरी सबसे ऊँची चोटी गोडविन ऑस्टिन (K-2) ८६११मी. कराकोरम श्रेणी में स्थित है. सिन्धु, सतलुज, और ब्रम्हपुत्र इस श्रेणी कि प्रमुख नदियाँ है. भारत का सबसे बड़ा हिमनद "बाल्टेरों" इसी में स्थित है..

स) पूर्वांचल कि पहाड़ियां :- यह भारत-म्यांमार सीमा पर उत्तर से दक्षिण अर्ध-चंद्रकार रूप में विस्तृत है. इस श्रेणी में नागा, पटकोई, और लुसाई पहाड़ियां प्रमुख है.

हिमालय का प्रादेशिक विभाजन
१) पंजाब हिमालय:- कश्मीर से लेकर हिमाचल तक सिन्धु और सतलुज नदी के बीच लगभग ५६२ कि.मी. लम्बाई के इस क्षेत्र में बनिहाल, पीरपंजाल,जोजिला एवं बुर्जिल दर्रे स्थित है.
२) कुमायूं हिमालय:- सतलुज नदी से काली नदी के बीच लगभग ३२० कि.मी. लम्बाई के इस विस्तृत क्षेत्र का सर्वोच्च शिखर नंदा देवी है. बद्रीनाथ, केदारनाथ, और कमेट अन्य प्रमुख शिखर है. भागीरथी,अलकनंदा, और यमुना नदी का उद्गम स्थल इसी में है.
३) नेपाल हिमालय:- हिमालय का सबसे लम्बा (८०० कि.मी.) प्रादेशिक विभाग जो काली नदी और तीस्ता नदी के बीच स्थित है. माउन्ट एवेरेस्ट, कंचनजंगा, मकालू जैसे विश्व के सर्वोच्च शिखर इसी भाग में है.
४) असम हिमालय:- तीस्ता नदी से ब्रम्हपुत्र नदी के बीच स्थित यह प्रदेश लगभग ७५० कि.मी. क्षेत्र में फैला है. इसमें दफ़ला, मिस्मी जैसे अन्य भू-भाग स्थित है.

B उत्तर के विशाल मैदान :- उत्तर के पर्वतीय प्रदेश और प्रायद्वीपीय पठार के बीच लगभग ७.५ लाख वर्ग कि.मी. क्षेत्र में विस्तृत इस भाग कि लम्बाई २४०० कि.मी. और चौड़ाई १०० कि.मी. से ५०० कि.मी. के मध्य है. यह विश्व का सबसे विशाल जलोढ़ निर्मित मैदान है. इसका निर्माण प्लीस्टोसीन और होलोसीन युग में हुआ माना जाता है. विशाल मैदान को प्रादेशिक रूप से ४ भागों में बांटा गया है.
  • पंजाब हरियाणा का मैदान:- इसका निर्माण सतलुज, रावी, और व्यास नदियों द्वारा हुआ है. यह भाग मुख्यतः बांगर मिट्टी का है. दो नदियों के बीच भू-भाग को दोआब कहते है.
  • राजस्थान का मैदान:- इसके अंतर्गत राजस्थान का शुष्क प्रदेश और अरावली के पश्चिम का बांगर प्रदेश शामिल है..यहाँ कि मुख्या नदी लूनी है. इसमें डीडवाना, संभार, डेगाना जैसी खरे पानी कि झीलें है.
  • गंगा का मैदान:- भारत के इस सबसे उपजाऊ कृषि आधारित प्रदेश का विस्तार उत्तर प्रदेश, बिहार, प.बंगाल तक है. यह क्षेत्र नहरों के द्वारा सिंचित है.
  • ब्रम्हपुत्र का मैदान:- हिमालय पर्वत और मेघालय पठार के बीच स्थित यह एक लम्बा व संकरा मैदान है. इसमें विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप "मंजुली" स्थित है.
C प्रायद्वीपीय पठार :-  यह आर्कियन चट्टानों से निर्मित विश्व का प्राचीनतम पठार है. भारत के इस प्रदेश कि औसत ऊंचाई ४५०मी. से ७५० मी. के बीच है. प्रायद्वीपीय पठार में निम्न प्रमुख पर्वत है.
  • पश्चिमी घाट पर्वत :- महाराष्ट्र से तमिलनाडु के बीच स्थित इस पर्वत को सह्याद्री पर्वत भी कहते है जो वास्तव में प्रायद्वीपीय पठार का अपरदित खड़ा कगार है. इसका पश्चिमी ढाल तीव्र और पूर्वी ढाल मंद है. कल्सुबाई (१६४६ मी.) और महाबलेश्वर (१४३८ मी.) इसकी मुख्य चोटियाँ है. गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, और भीमा इस भाग कि प्रमुख नदियाँ है. पूर्वीघाट-पश्चिमीघाट दोनों आपस में नीलगिरी कि पहाड़ी में मिलते है जिसका सर्वोच्च शिखर दोदबेटा (२६३७ मी.) है. नीलगिरी के दक्षिण में अन्नामलाई पहाड़ी स्थित है जिसका सर्वोच्च शिखर "अनैमुड़ी" है.
  • पूर्वी घाट पर्वत :- यह उत्तर में महानदी घाटी (ओड़िसा) से लेकर नीलगिरी कि पहाड़ी तक समुद्रतटीय मैदान के समान्तर फैला हुआ है. इसकी ऊंचाई पश्चिमी घाट से कम है. इसका सर्वोच्च शिखर "महेंद्रगिरी" है. यह पर्वत खोंड़ालाइट, चार्कोलाइट और नीस चट्टानों से बना है. यह पर्वत कई भागों में बंटा है जिसमे शेवराय, जावदी, कोल्लामलाई पहाड़ी प्रमुख है. 
  • अरावली पर्वत :- यह विश्व का प्राचीनतम अवशिष्ट पर्वत है, जो गुजरात से दिल्ली तक लगभग ८५० कि.मी. में विस्तृत है. इसका सर्वोच्च शिखर " गुरु शिखर (१७२२मी.)" है. जैन धार्मिक स्थल "दिलवाडा का मंदिर" माउन्ट आबू इसी में स्थित है. इसे दिल्ली के निकट "दिल्ली कि पहाड़ियों" के नाम से जाना जाता है.
  • विंध्यांचल पर्वत :- परतदार चट्टानों से निर्मित इस पर्वत के अधिकांश भाग में लाल पत्थर कि अधिकता है. गुजरात, मध्य प्रदेश और झारखण्ड में यह विंध्यांचल, भारनेर, कैमूर और पारसनाथ कि पहाड़ियों के रूप में स्थित है.
  • सतपुड़ा पर्वत :- यह एक ब्लाक पर्वत है जो उत्तर में नर्मदा नदी और दक्षिण में ताप्ती नदी के बीच काली मिट्टी के प्रदेश में स्थित है. यह गुजरात से प.बंगाल तक महादेव, मैकाल, छोटा नागपुर पठार और राजमहल कि पहाड़ियों के रूप विस्तृत है. इसकी सर्वोच्च छोटी पचमढ़ी स्थित धूपगढ़ है.
प्रायद्वीपीय भारत के प्रमुख पठार
  • दक्कन का पठार :- गुजरात, महाराष्ट्र, म.प्र. और कर्णाटक  के बीच लगभग ५ लाख वर्ग कि.मी. में फैले इस पठार के अंतर्गत कर्णाटक का पठार, मालवा का पठार, तेलंगाना का पठार और तमिलनाडु का पठार शामिल है. कालीमिट्टी का यह क्षेत्र कृषि हेतु उपयुक्त है. बाबाबुदन कि पहाड़ी लौह अयस्क के लिए प्रसिध्द है.
  • छोटा नागपुर का पठार :- रिहंद नदी के पूर्व स्थित यह क्षेत्र भारत के खनिज संसाधन के लिए जाना जाता है. इसका विस्तार झारखण्ड, छत्तीसगढ़, प. बंगाल तक है.
  • मेघालय / शिलोंग का पठार :-यह पत्थर पूर्व में खासी, गारो, और जयंती पहाड़ियों के बीच स्थित है ;
D तटीय मैदान एवं द्वीप समूह :-  भारत में तटीय मैदानों का विस्तार पूर्वी एवं पश्चिमी घाट में है.
  • पश्चिम तटीय मैदान :- उत्तर में कच्छ से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक विस्तृत इस तटीय मैदान के अंतर्गत कच्छ प्रायद्वीप, काठियावाड़ प्रायद्वीप, कोंकण तट (गोवा-महाराष्ट्र), कन्नड़ तट (कर्नाटक) और मालाबार तट (केरल) शामिल है. प्रसिध्द वेम्बनाद झील (केरल) इसी में स्थित है. यह मैदान नारियल, रबड़, चाय, और मसाले के उत्पादन के लिए प्रसिध्द है.
  • पूर्वी तटीय मैदान:- यह मैदान उत्तर में गंगा के मुहाने से कुमारी अंतरीप तक फैला है. इसके उत्तरी भाग को उत्तरी सरकार और दक्षिणी भाग को कोरोमंडल तट कहते है. यह मैदान पश्चिमी तट से अधिक चौड़ा है. बालू के जमाव और मैदान के मध्य समुद्री जल के जमा होने से कई लैगूनों जैसे कोलेरू, चिल्का, का निर्माण हुआ है. 
द्वीप समूह :- भारत में द्वीपों की संख्या लगभग २४७ है जिनमे से लगभग २०४ बंगाल की खाड़ी में और शेष अरब सागर में स्थित है. अरब सागर में स्थित द्वीप प्रवाल भित्तियां है. मिनीकाय द्वीप, लक्ष्यद्वीप, कावारात्ति, अमिनदीव आदि अरब सागर के प्रमुख द्वीप है इसमें से मिनीकाय द्वीप सबसे बड़ा है. अंदमान एवं निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी का महत्वपूर्ण द्वीप है. जिसकी राजधानी पोर्ट ब्लेयर है. भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु "पिग्मेलियन पॉइंट (इंदिरा पॉइंट)" ग्रेट निकोबार में स्थित है. अंदमान द्वीप की सबसे ऊँची चोटी "सैडल पीक" है. १० डिग्री चैनल छोटा अंदमान और कर निकोबार के बीच स्थित है.


द्वारा:- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र)

Friday

सम-सामयिकी नवम्बर-2010

राष्ट्रीय घटनाएँ 
* लोक प्रतिनिधित्व कानून में संशोधन :- नए कानून के तहत विदेशो में रह रहे अनिवासी भारतीय जिन्होंने विदेशी नागरिकता नहीं ली है वे अब भारत में अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराकर मतदान प्रक्रिया में शामिल हो सकते है.
* ऑनलाइन वोटिंग की सुविधा प्रदान करने वाला भारत का प्रथम राज्य गुजरात बन गया है जिसने स्थानीय निकायों के चुनाव में पहली बार ऑनलाइन मतदान की व्यवस्था की है.
* कश्मीर के विवादस्पद मामले में विभिन्न पक्षों से बातचीत के लिए केंद्र सरकार ने दिलीप पड़गाँवकर (पत्रकार), एम्.एम्.अंसारी (सूचना आयुक्त) और प्रो.राधाकुमार (शिक्षाविद) को अपना वार्ताकार नियुक्त किया है  जो सम्बंधित विषयों पर  स्थानीय लोगों, प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे.
* अनुबंधों में उल्लंघन के मामले में आई.पी.एल -४ सीजन से किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स  टीमों को हटा दिया गया है. नयी टीम के रूप में कोच्ची को शामिल किया गया है.
* भारत में 1931 के पश्चात जाति आधारित जनगणना जून-सितम्बर २०११ से होगी जिसकी मंजूरी मंत्रिस्तरीय समिति ने कर दी है.
* वी.के.शुंगलू समिति का गठन कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान हुई वित्तीय अनियमितताओं, प्रबंधन की कमी और भ्रष्टाचार से सम्बंधित विभिन्न मामलों में अपनी सिफारिश देगी.
* मध्य प्रदेश भारत का प्रथम राज्य बना जिसने लोक सेवा गारंटी अधिनियम पारित किया इस कानून के तहत नागरिक सुविधायों को एक निश्चित समय में पूर्ण करना अनिवार्य है अन्यथा सम्बंधित अधिकारी/ कर्मचारी को दण्डित किया जायेगा.

अन्तराष्ट्रीय घटनाएँ
* रक्षा सौदों में कथित भ्रष्टाचार के चलते श्रीलंका के पूर्व सेना प्रमुख सरथ फोंसेका को ३० माह का कारावास की सजा दी गयी.
* अंसार परवेज (पाकिस्तान) अंतर्राष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी (मुख्यालय- वियना, ऑस्ट्रिया) के सत्र २०१०-११ के लिए नए अध्यक्ष होंगे.
* संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा ने भारत को २ वर्ष के लिए सुरक्षा परिषद् का अस्थायी सदस्य बनाया गया है. उसका कार्यकाल १ जनवरी २०११ से ३१ दिसम्बर २०१२ तक रहेगा.
* चिली के सन जोसे कोयला खदान में फसें ३३ कर्मचारियों को एक विशेष रहत अभियान के द्वारा ६९ दिनों के बाद सकुशल बहार निकला गया.
* चन्द्रमा के अध्ययन के लिए चीन ने मानव रहित अंतरिक्ष यान च्आंग-२ का सफलता पूर्वक प्रक्षेपण किया.
* नेपाल में संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपना शांति मिशन की अवधि जनवरी २०११ तक बाधा दी गई.
* दक्षिण अफ्रीका के डरबन शहर में मिनी भारतीय प्रवासी दिवस मनाया गया. इसके पूर्व प्रतिवर्ष भारत में ९ जनवरी को मनाया जाता है जिसमे अप्रवासी भारतियों को सम्मानित किया जाता है.


पुरस्कार  
नोबल पुरुस्कार २०१० :-  प्रसिध्द वैज्ञानिक एल्फ्रेड नोबल की पुण्यतिथि में 6 विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले वैज्ञानिक को यह पुरुस्कार प्रतिवर्ष दिए जाते है.
  • चिकित्सा के क्षेत्र में :- टेस्ट ट्यूब बेबी पध्दति के जनक राबर्ट एडवर्ड को प्रदान किया गया.
  • भौतिकी के क्षेत्र में :- रुसी मूल के वैज्ञानिक आंद्रे जेम और कांस्टेंटनिन नोवोसेलोव को कार्बन के अति पतले द्विविमीय पदार्थ- ग्रेफेन के विकास के लिए दिया गया.   
  • रसायन के क्षेत्र में :- रिचर्ड हैक (अमेरिका), ईची. नेगिशी (जापान) और अकीरा सुजुकी (जापान) को संयुक्त रूप से केंसर के निदान में सहायक तत्त्व के कृत्रिम रूप से निर्माण और उसके विकास करने के लिए दिया गया.
  • अर्थशास्त्र के क्षेत्र में :- पीटर डायमंड (अमेरिका), डेल मार्टसन (अमेरिका) और क्रिस्टोफ़र पिस्सारैड्स (ब्रिटेन) को संयुक्त रूप से बेरोजगारी पर आर्थिक सिध्दांत देने के लिए प्रदान किया गया.  
  • साहित्य के क्षेत्र में :- मारियो वर्गास लओसा (पेरू) को उनके उनके स्पेनिस साहित्य के रचनात्मक लेखन के लिए दिया गया.
  • शांति के क्षेत्र में :-  चीन में मानवाधिकार समर्थक नेता लिऊ शिआओबो को वर्ष २०१० का पुरुस्कार दिया गया जिसके विरोध में चीन ने पुरुस्कार दिए जाने पर आपत्ति व्यक्त की है. 
* महात्मा गाँधी शांति पुरुस्कार २०१० :- प्रीमियर जान ब्राम्ब्री को वर्ष २००९ में विश्व धर्म संसद आयोजित करने में विशिष्ट भूमिका के लिए प्रदान किया गया.
* इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय एकता पुरुस्कार :- वर्ष २००९ के लिए यह पुरुस्कार संगीतकार ए.आर.रहमान और छत्तीसगढ़ स्थित रामकृष्ण मिशन को दिया गया.
* व्यास पुरुस्कार २०१० :- के.के.बिडला फाउंड़ेसन द्वारा दिया जाने वाला यह पुरुस्कार वर्ष २००९ के लिए उपन्यासकार "अमरकांत" को उनकी रचना " इन्ही हथियारों से " के लिए प्रदान किया गया.
* दादा साहेब फाल्के पुरुस्कार २०१० :- भारत सरकार द्वारा वर्ष १९६९ से प्रारंभ इस पुरुस्कार के तहत १० लाख नगद और स्वर्ण कमल दिया जाता है वर्ष २००९ के लिए यह पुरुस्कार फिल्म निर्माता डी.रामनायडू को दिया गया.
* मान बुकर पुरस्कार २०१० :- ब्रिटिश लेखक हावर्ड जैकबसन को उनकी रचना "फिन्कलर क्वेश्चन " के लिए वर्ष २०१० का मान बुकर पुरस्कार दिया गया. इसके तहत उन्हें ५० हज़ार पौंड दिए गए.
* अन्तराष्ट्रीय बिजनेस लीडर पुरस्कार २०१० यु.बी.समूह के प्रसिध्द उद्योगपति विजय माल्या को लन्दन में प्रदान किया गया.
* इंडिया साइंस पुरुस्कार २०१० प्रसिध्द सांख्यिकी  विशेषज्ञ सी.राधाकृष्णन को प्रदान किया गया. इसके अंतर्गत उन्हें २५ हजार रुपये नगद दिए जायेंगे.

खेल सम-सामयिकी 
* कल्पना देवी जुडो विश्व कप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी. उन्होंने जुडो विश्व कप में कास्य पदक जीता.
* राजीव गाँधी खेल रत्न पुरुस्कार से सम्मानित एम्.सी.मेरिकोम ने विश्व मुक्केबाजी स्पर्धा में पांचवी बार स्वर्ण पदक जीता.

* आई.सी.सी.पुरुस्कार २०१० :-
सचिन तेंदुलकर
  • बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर :- सचिन तेंदुलकर 
  • बेस्ट टेस्ट क्रिकेट टीम ऑफ द ईयर :- इंडिया (भारत)
  • बेस्ट वनडे क्रिकेट टीम ऑफ द ईयर :- ऑस्ट्रेलिया
  • वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर :- डी.डीबिलियर्स (दक्षिण आफ्रिका)
  • बेस्ट टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर :- वीरेंद्र सहवाग (भारत)

प्रमुख व्यक्तित्व
ए.एन.तिवारी :- नए मुख्य सुचना आयुक्त बनाये गए. वे इस पद में दिसंबर २०१० तक रहेंगे.
पी.एल.पुनिया :- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के नए अध्यक्ष बनाये गए.
राजीव कुमार :- फिक्की के नए महानिदेशक बनाये गए.
के.विजय कुमार :-  सी.आर.पी.एफ. के नए महानिदेशक बनाये गए.




द्वारा :- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र)

Tuesday

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

* लेसर (LASER - Light Amplification by Stimulated Emission of Radiation ):- यह एक ऐसी युक्ति है जिसमे विकिरण से प्रेरित उत्सर्जन द्वारा एकवर्णीय प्रकाश प्राप्त किया जाता है. इन लेसर तरंगो की आवृति एक सामान होती है.
लेसर की खोज १९६० में थियोडोर मेनन (अमेरिका) ने की थी.

* ट्रेटर प्रौधोगिकी :- इस तकनीक का प्रयोग बहुजीन ट्रांसजेनिक फसलों (अनुवांशिक जीनों के प्रोसेस से निर्मित) के उत्पादन में किया जाता है l इस तकनीक से विकसित बीजों का अंकुरण तो हो जाता है लेकिन उसमे रूपांतरित लक्षण तब तक नहीं आते जब तक इनमे विशेष तौर से विकसित रसायनों का उपयोग न किया जाये.

* बायोमेट्रिक तकनीक :- यह तकनीक व्यक्ति को उसके शारीरिक एवं व्यावहारिक विशेषताओ, गुण तथा दोषों के आधार पर पहचानने, सत्यापित करने तथा मान्यता प्रदान करने की स्वचालित विधि है.  इसके अंतर्गत व्यक्ति का चेहरा, फिंगरप्रिंट, हथेली की रेखाएं, रेटिना, लिखावट, ब्लड पल्स, तथा आवाज की विशेषताओं की जांच की जाती है.

* रोबोटिक्स :- विज्ञान की वह तकनीक जिसके माध्यम से माईक्रोप्रोसेसर , कैमरा, और संवेदी यंत्रों से युक्त किसी संरचना को इस प्रकार संयोजित/नियंत्रित किया जाता है की वह एक स्वचालित मशीन के रूप में कार्य करता है.
१९१३ में सर्वप्रथम अमेरिका के वैज्ञानिकों ने " जार्ज " नमक रोबोट का निर्माण किया.

* स्टेम सेल तकनीक :- स्टेम सेल ऐसी मूलभूत कोशिकाएं होती है जिन्हें मानव शरीर के फेफड़े, त्वचा, आँख के रेटिना, मांसपेशियाँ, यकृत, मष्तिष्क, तंत्रिका तंत्र, और ह्रदय आदि की लगभग २५० विभिन्न प्रकार की कोशिकयों या उतकों में विकसित या परिवर्तित किया जा सकता है.
इसे मानव शरीर में आसानी से प्रतिरोपित कर अनुवांशिक बीमारी सहित कई बिमारियों को ठीक किया जा सकता है.
भारत में स्टेम सेल तकनीक हेतु प्रथम अनुसंधान केंद्र के स्थापना हैदराबाद में की गई है.

* क्लोनिंग :- क्लोन वास्तव में एक जीव अथवा रचना है जो गैर-यौनिक विधि द्वारा एकल जनक (माता-पिता में से कोई एक) से व्युत्पन्न होता है. इस तकनीक में सर्वप्रथम कोशिका से नाभिक को यांत्रिक विधि द्वारा निकाल लिया जाता है और फिर नाभिक रहित अंडाणु में प्रवेश कराया जाता है अंततः पूर्ण विकसित अंडाणु को प्रतिनियुक्त माँ (Sarrogate Mother) के गर्भ में आरोपित कर दिया जाता है. इस प्रक्रिया के साथ ही गर्भाधान, बच्चे का विकास और जन्म की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है.. क्लोन पैदा करने की इस तकनीक को क्लोनिंग कहते है.

* जैविक कृषि :- कृषि की वह पध्दति जिसमे खेतों की जुताई और उत्पादन में वृध्दि के लिए उन तकनीकों का प्रयोग किया जाता है जिनसे मृदा की जीवन्तता भी बनी रहे और पर्यावरण को भी नुकसान न हो.  इस तकनीक में मृदा को भौतिक तत्त्व न मानकर जैविक माना जाता है और रसायन विहीन खेती की जाती है.

* ग्लोबल वार्मिंग :- ग्रीन हाउस गैसों (क्लोरोफ्लोरोकार्बन, कार्बन डाईआक्साइड, मीथेन, नाईट्रस आक्साइड आदि) की बढती सांद्रता से पृथ्वी के वायुमंडलीय तापमान में जो वृध्दि हो रही है उसके परिणामस्वरूप ग्लेसियरों के पिघलने का खतरा है जिससे समुद्रों में जल का स्तर बढ़ जायेगा. तापमान वृध्दि की इस प्रक्रिया को ग्लोबल वार्मिंग कहते है.
विश्व में सर्वप्रथम ग्लोबल वार्मिंग की वजह से पापुआ न्यू गिनी देश का एक द्वीप डूब गया है.

* ई-अपशिष्ट / ई-कचरा :- इलेक्ट्रोनिक उत्पादों के ख़राब होने के उपरांत उनका विनिष्टीकरण पूर्ण वैज्ञानिक पध्दिती से नहीं हो पाता परिणामतः इसमें से निकलने वाले रेडियोधर्मी विकिरण पर्यावरण और जीव जगत के लिए नुकसानदायक होते है... कई विकसित देश डंपिंग के द्वारा इन अनुपयोगी उत्पादों को अल्पविकसित देशों में भेज देते है जिससे भू-गर्भिक जल संसाधन प्रदूषित हो गए है. संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस दिशा में सकारात्मक पहल कर अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने का निर्णय किया है.

* 3G तकनीक :- यह ३री पीढी की संचार तकनीक है जिसके माध्यम से हाईस्पीड इन्टरनेट, तीव्र डाटा सम्प्रेषण दर, वीडियो कॉल, आधुनिक मल्टीमीडिया सुविधायों के साथ साथ मोबाइल टीवी की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
भारत में सर्वप्रथम इस तकनीक का प्रारंभ बीएसएनएल कंपनी ने किया है.

Friday

सम-सामयिकी, अक्टूबर २०१०

राष्ट्रीय घटनायें
* 19वे राष्ट्रमंडल खेलों का प्रारंभ (3 अक्टू. 2010 से 14 अक्तू. 2010 तक) पहली बार भारत (दिल्ली) में किया गया. राष्ट्रमंडल खेलों का शुभंकर "शेरा" है. इसमें विश्व के 71 देशों ने भाग लिया.
* राष्ट्रमंडल खेलो के लिए थीम गान " जियो उठो बढ़ो जीतो " संगीतकार ए.आर.रहमान ने तैयार किया.
* अयोध्या विवाद में लखनऊ हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ (एस.यु.खान, सुधीर अग्रवाल, धर्मवीर शर्मा) ने विवादित भूमि के एक-एक तिहाई हिस्से को तीनों पक्षों (रामलला ट्रस्ट, निर्मोही अखाडा, वक्फ बोर्ड) के  बीच बांटने का निर्णय लिया.
* देश में बहुप्रतिष्ठित "आधार" योजना (राष्ट्रीय पहचान पत्र हेतु) के तहत प्रथम विशिष्ट पहचान संख्या महाराष्ट्र की रंजना सोनावाड़े (तेम्भली, जिला-नंदुरबार) के नाम से जारी किया गया.
* भारत में मुद्रास्फीति की दर मापने के लिए आधार वर्ष सूचकांक २००४-०५ किया गया है
  • अरूप राय चौधरी - राष्ट्रीय ताप विद्युत् गृह (NTPC) के नये  चेयरमेन बनाये गए.
  • कुंदन व्यास - वर्ष २०१०-११ के लिए इंडियन न्यूज़ पेपर सोसाइटी का अध्यक्ष बनाया गया.
  • पी.जे.थामस को नया केंद्रीय सतर्कता आयुक्त बनाया गया. वे प्रत्युष सिन्हा का स्थान लेंगे.
  • एन.श्रीनिवासन - चेन्नई सुपर किंग के मालिक एन.श्रीनिवासन को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का नया अध्यक्ष बनाया गया.
  • टी.के.विश्वनाथन- लोकसभा के नये महासचिव बनाये गए.
  • विनीत जैन - प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया के चेयरमेन बनाये गए.
अंतर्राष्ट्रीय घटनायें
  • आस्ट्रेलिया में नये चुनाव के पश्चात् " जूलिया गिलार्ड " ऑस्ट्रेलिया की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनी.
  • " आपरेशन ईराकी फ्रीडम " अमेरिका द्वारा ईराक में चलाया जा रहा था जिसका अधिकृत रूप से समापन कर दिया गया है.
  • स्विट्जरलैंड के जोसेफ डीस को संयुक्त राष्ट्र महासभा के ६५वे अधिवेशन के लिए अध्यक्ष बनाया गया.
  • श्याम श्रीनिवास को अमेरिका के प्रमुख निजी बैंक " फेडरल बैंक " का मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया.
  • संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा नवनिर्मित " यू.एन.विमन " का प्रमुख चिली की पूर्व राष्ट्रपति " मिशेल बेशलेट " को बनाया गया. यह अभिकरण महिलायों की उत्थान हेतु समस्त विश्व में कार्य करेगा.
पुरूस्कार :-
५७वे राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार:-
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म = कुट्टी स्रांक (मलयालम, निर्देशक- शाजी कारन )
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेता = अमिताभ बच्चन ( फिल्म- पा )
  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री = अनन्या चटर्जी (अबोहोमन, बंगला)
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक = रितुपर्णो घोष (अबोहोमन, बंगला)
* दादा साहब फाल्के पुरस्कार : वर्ष २००९ के लिए फिल्म क्षेत्र का प्रसिध्द दादा साहब फाल्के पुरस्कार फिल्म निर्माता " डी. रामानायडू " को दिया गया. इसके तहत उन्हें १० लाख रूपये और शाल प्रदान किया गया.

विविध
* सचिन तेंदुलकर को भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टेन के मानद उपाधि से सम्मानित किया गया.
* मिताली राज (महिला क्रिकेटर) आई.सी.सी. की रैंकिंग में प्रथम स्थान पर रही. 
* मध्य प्रदेश में लोक सेवा गारंटी क़ानून पारित किया गया जिसमे विभिन्न बिभागों की २६ सेवाओ को एक निश्चित समय सीमा में हल किया जाना अनिवार्य है. म.प्र. भारत का प्रथम राज्य है जिसने अनिवार्य सेवा के लिए कानून का निर्माण किया.
* निजी क्षेत्र  के आई.सी.आई.सी.आई.(ICICI) और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक को बैंकिंग नियमो के उचित अनुपालन न करने के कारण रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने ५ लाख रूपये की पेनाल्टी लगाई.
* एम्. सी. मेरिकोम ने विश्व महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता.
* सुशील कुमार विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने.
* कल्पना देवी विश्व जुडो स्पर्धा में पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला बनी.
* गगन नारंग (शूटिंग), लन्दन ओलंपिक (2012) के लिए क्वालीफाई करने वाले प्रथम भारतीय बने. 
* पी.टी.ऊषा को अर्जुन पुरस्कार (राष्ट्रीय खेल) की चयन समिति का अध्यक्ष बनाया गया.
* विद्या स्टोक्स को हांकी इंडिया का अध्यक्ष चुना गया.
* भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (ISRO) द्वारा वर्ष २०१२ में सूर्य के अध्ययन के लिए भेजे जाने वाले अभियान को "मिशन आदित्य" नाम दिया गया है.

* ६४वी. संतोष ट्राफी राष्ट्रीय फ़ुटबाल प्रतियोगिता प.बंगाल ने पंजाब को 2-1 से हराकर जीती.


द्वारा: विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र.)

Monday

महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य (प्राचीन भारतीय इतिहास)

  • महात्मा गौतम बुध्द को शाक्यमुनि एवं तथागत के नाम से भी जाना जाता है.
  • गौतम बुध्द का जन्म " लुम्बनी " में तथा परिनिर्माण " कुशीनगर " में हुआ था.
  • बौध्ध साहित्यों की भाषा मुख्यतः पाली थी.
  • गौतम बुध्द का प्रथम उपदेश "धर्मचक्रप्रवर्तन" कहलाता है.
  • मध्य एशिया और चीन में बौध्ध धर्म के प्रचार का श्रेय " कनिष्क " को जाता है.
  • जैन धर्म में वर्णित त्रिरत्न  १) सम्यक श्रध्दा  २) सम्यक ज्ञान  ३) सम्यक आचरण
  • जैन धर्म ग्रन्थ प्राकृत भाषा में  लिखे गये है.
  • हर्यंक वंश का संथापक "बिम्बिसार" बुध्द का समकालीन था.
  • अजातशत्रु के शासनकाल में 483 ई.पू. प्रथम बौध्ध संगीति का आयोजन किया गया.
  • पाटलीपुत्र  नगर की स्थापना हर्यंक वंश के शासक उदयन ने की थी.
  • द्रविड़ वैष्णव भक्त अलवार कहलाते है.
  • सिकंदर के आक्रमण के समय भारत का शासक "धनानंद" था.
  • मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य ने भारत में प्रथम अखिल भारतीय राज्य की स्थापना की.
  • जूनागढ़ स्थित "सुदर्शन झील" का निर्माण चन्द्रगुप्त मौर्य ने किया था.
  • अशोक ने राज्याभिषेक के 8वे वर्ष में कलिंग युध्द (261ई.पू.) से द्रवित होकर बौध्द धर्म स्वीकार कर लिया.
  • मौर्य शासक अशोक को बौध्द धर्म से दीक्षित करने वाला भिक्षु "उपगुप्त" था.
  • अशोक के अधिकांश शिलालेखों की लिपि  " ब्राम्ही " है जबकि कुछ खरोष्ठी लिपि में है.
  • अजंता की गुफाएं (महाराष्ट्र) बौध्द और जैन धर्म से भी सम्बंधित है.
  • गुप्त वंश का संस्थापक " श्रीगुप्त " था जिसके सबसे प्रतापी राजा समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहते है.
  • समुद्रगुप्त के दरबारी कवि हरिषेण ने उनकी सफलताओं का वर्णन इलाहबाद प्रशस्ति में किया है.
  • आयुर्वेद का विद्वान एवं चिकित्सक " धन्वन्तरी " चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के दरबार में था.
  • नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमारगुप्त ने की थी. नालंदा को 12वी सदी में  मुहम्मद गौरी के सेनापति बख्तियार खिलजी ने नष्ट कर दिया था.
  • पाल वंश का शासक गोपाल (750ई.) था इसी वंश के धर्मपाल ने " विक्रमशिला विश्वविद्यालय (भागलपुर, बिहार) " की स्थापना की थी.
  • चालुक्य वंश के पुलकेशिन-II ने हर्षवर्धन को नर्मदा के तट पर पराजित किया जिसका उल्लेख एहोल प्रशस्ति में है.
  • चोल वंश के शासक राजराज-I ने तंजौर (तमिलनाडु) में वृहदेश्वर मंदिर का निर्माण किया. 
  • महाबलीपुरम के रथ मंदिर का निर्माण " नरसिंहवर्मन-I " ने किया था.


द्वारा:- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र.)

Thursday

प्रमुख राष्ट्रीय योजनायें

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन :- देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वर्ष 2007-08 में प्रारंभ इस योजना के तहत तकनीकी विकास एवं कृषि प्रबंधन द्वारा चावल, गेहूं ,और दलहन के उत्पादन में वृद्धि करना है.

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना :- इस योजना की अवधि अगस्त 2009 से 2012 तक होगी जिसमे कृषि व इससे सम्बंधित क्षेत्रों में 4% वार्षिक वृद्धि प्राप्त करने का लक्ष्य है.

आम आदमी बीमा योजना :- अक्तूबर 2005 से प्रारंभ इस योजना के तहत ग्रामीण भूमिहीन परिवारों के मुखिया को दुर्घटना में मौत, आंशिक या पूर्ण विकलांगता की स्थिति में बीमा सुरक्षा प्रदान की जाती है.

महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम :- "मनरेगा" नाम से प्रचलित इस योजना के माध्यम से प्रत्येक ग्रामीण परिवार के एक सदस्य के लिए न्यूनतम 100 दिनों का रोजगार सृजित किया जायेगा अन्यथा उन्हें 100 के कार्य का वेतन दिया जायेगा. भारत में ग्रामीण क्रांति की जनक इस योजना को वर्ष 2006 से प्रारंभ किया गया था.

राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन :- वर्ष 2005 से प्रारंभ इस योजना के तहत सुदूरतम ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है. योजना में स्वास्थ्य के साथ साथ पेयजल, सफाई,पोषाहार  और बुनियादी सुविधायों में ध्यान दिया जायेगा.

भारत निर्माण योजना :- ग्रामीण क्षेत्रों में अवसंरचना और बुनियादी सुविधाएँ निर्मित करने के लिए 2005-06 में प्रारंभ इस योजना के 6 मुख्य घटक है - १) विद्युतीकरण  २) ग्रामीण सड़कें  ३) पेयजल उपलब्धता  ४) ग्रामीण आवास   ५) सिंचाई क्षमता  ६) टेलीफोन व्यवस्था

निर्मल ग्राम पुरस्कार योजना :- वर्ष 2003 से प्रारंभ इस योजना के तहत शत-प्रतिशत खुले में मल-त्याग रहित वातावरण के निर्माण में विशिष्ट कार्य करने वाली पंचायती राज संस्थाओं (ग्राम) पुरुस्कार दिया जाता है.

जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन :- दिस. 2005 से प्रारंभ इस योजना के तहत राज्यों की राजधानी सहित भारत के ६३ प्रमुख नगरों में नागरिक सुविधायों के विस्तार, पेयजल उपलब्धता, परिवहन व्यवस्था, आवास एवं जल-मल निकास के कार्य किये जायेंगें.

मध्यांन भोजन योजना :- मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन शिक्षा विभाग द्वारा सन 1995 से प्रारंभ इस योजना के अंतर्गत स्कूल के विद्यार्थी को दोपहर का भोजन विद्यालय में मुफ्त उपलब्ध किया जायेगा जिससे स्कूल में विद्यार्थी की संख्या और उनके पोषण स्तर में सुधार पाया गया है.

Monday

भारतीय युध्दों का इतिहास

* हाइडेस्पीस का युध्द (326 ई.पू.) :- यूनान के आक्रमणकारी शासक सिकंदर और पंजाब के राजा पुरु के बीच झेलम नदी के तट पर लड़ा गया जिसमे पुरु पराजित हुए लेकिन सिकंदर ने उसकी वीरता से प्रभावित हो आगे बढ़ने से इन्कार कर दिया और वापस लौट गया .

कलिंग युध्द (261 ई.पू.):- मौर्य शासक अशोक और कलिंग (उड़ीसा) के राजा के बीच हुआ लेकिन युध्द में मारे गए लोगों को देखकर अशोक का ह्रदय परिवर्तन हुआ और उसने कभी भी युध्द न करने का प्रण कर बौध्द धर्म अपना लिया.

* तराइन का प्रथम युध्द (1191ई.) :- मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ जिसमे पृथ्वीराज ने गौरी को पराजित किया था.

* तराइन का द्वितीय युध्द (1192ई.):- मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ जिसमे पृथ्वीराज को   को पराजित कर गौरी ने भारत में मुस्लिम राज्य की स्थापना की.

* पानीपत का प्रथम युध्द (1526):- आक्रमणकारी मुग़ल शासक बाबर और दिल्ली के सुल्तान इब्राहीम लोधी के बीच हुआ जिसमे बाबर ने विजय प्राप्त कर मुग़ल वंश की नीवं भारत में रखी.

* खानवा का युध्द (1527) :- मेवाड़ के राणा सांगा और बाबर के बीच हुआ जिसमे बाबर ने सांगा को हराया. राजपूत राज्य कमजोर हुआ.

* पानीपत का द्वितीय युध्द (1556) :- अकबर के सेनापति बैरम खान और हिन्दू शासक हेमू के बीच हुआ जिसमें हेमू पराजित हो गया.

* हल्दीघाटी का युध्द (1576) : राणा प्रताप द्वारा अकबर का आधिपत्य न स्वीकारने के कारण हुआ जिसमे राणा प्रताप ने बहादुरी से युध्द किया लेकिन अंततः परास्त हो गया.

* प्लासी का युध्द (1757):- बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और  अंग्रेज सेनापति क्लाइब के बीच हुआ जिसमे मीर जाफर और रायदुर्लभ के असहयोग के चलते सिराजुदौला हार गया. भारत में अंग्रेजी शासन की नीवं रखी.

* वांडीवाश का युध्द (1760) :- दक्षिण भारत मे फ़्रांसिसी एवं अंग्रेजों के बीच हुआ जिसमे फ़्रांसिसी पराजित हो गए और भारत में उनका शासन समाप्त हो गया.

* पानीपत का तृतीय युध्द (1761) :- अहमद शाह अब्दाली ने मराठों को पराजित किया और इससे भारत में मराठा शक्ति क्षीण हो गयी.

* बक्सर का युध्द (1764) :- अंग्रेजों ने मीर कासिम (बंगाल का नवाब), शुजाउद्दौला (अवध का नवाब) एवं शाह आलम-II की संयुक्त सेना को पराजित किया और भारत में सर्वशक्तिशाली हो गए.



द्वारा :- विवेकानंद उर्जा पुंज , जबलपुर (म.प्र)


Friday

भारत की जलवायु


जलवायु- किसी स्थान विशेष की वायुमंडलीय दशाओं को जलवायु कहते है.
मानसून- इसकी उत्त्पत्ति अरबी के "मौसिम" शब्द से हुई है जिसका शाब्दिक अर्थ है "ऋतुनिष्ठ परिवर्तन"

भारतीय जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक-
  1. भारत की स्थिति और उच्चावच 
  2. कर्क रेखा का भारत के मध्य से गुजरना.
  3. उत्तर में हिमालय और दक्षिण में हिंद महासागर की उपस्थिति.
  4. पृष्ठीय पवनें और जेट वायु धाराएँ 
मानसून उत्पत्ति के कारण-
  • जल व थल का असमान रूप से गर्म होना .
  • ग्रीष्म ऋतु में थलीय भाग अधिक गर्म होते है जिससे थल में "निम्न दाब" का क्षेत्र बनता है. फलतः अधिक दाब की पवनें निम्न दाब की ओर प्रवाहित होने लगती है ये पवनें समुद्र की ओर से वर्षाजल लेकर आती है..
<> मानसून सम्बन्धी तथ्य :-
  • उष्णकटिबंधीय भाग में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप में मानसूनी प्रकार की जलवायु है.
  • मानसून मूलतः हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं।
  •  भारत में मानसून के दो प्रकार है दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून (जून से सितम्बर, वर्षा काल ) व उत्तर-पूर्वी मॉनसून (दिसंबर-जनवरी, शीत काल) जिसमे से अधिकांश वर्षा दक्षिण पश्चिम मानसून द्वारा होती है ।
  • द.पश्चिम मानसून की दो शाखाएं है- अरब सागर शाखा (प.तट, महाराष्ट्र,गुजरात, म.प्र. आदि ) तथा बंगाल की खाड़ी शाखा (पूर्वोत्तर,बिहार, उ.प्र आदि )
  • भारत की कुल सालाना जल वर्षा का करीब 3/4 भाग मानसूनी वर्षा से प्राप्त होता है.
  • मौसम वैज्ञानिक विश्लेषण के लिए संपूर्ण भारत को 35 उपमंडलों में विभाजित किया गया है.
  • मानसून वर्षा का अधिकांश भाग वर्षा के चार महीनों जून से सितंबर (वर्षा ऋतु) के बीच होता है.
  • मानसून का अधिक प्रभाव पश्चिमी घाट तथा पूर्वोत्तर हिमालयी इलाके में होता है जबकि पश्चिमोत्तर भारत में बहुत न्यून वर्षा होती है.
<> मानसून का फटना :- आद्रता से परिपूर्ण द.पश्चिमी मानसून पवन  स्थलीय भागों में पहुचकर बिजली के गर्जन के साथ तीव्र वर्षा कर देती है अचानक हुई इस प्रकार के तेज बारिश को "मानसून का फटना" कहते है.
<> मानसून का परिच्छेद :- द.पश्चिम मानसून के वर्षा काल में जब एक या अधिक सप्ताह तक वर्षा नहीं होती तो इस घटना/अंतराल को "मानसून परिच्छेद" या "मानसून विभंगता" कहते है.

<> लू :- ग्रीष्म ऋतु में भारत के उत्तरी पश्चिमी भागों में सामान्यतः दोपहर के बाद चलने वाली शुष्क एवं गर्म हवाओ को लू कहते है इसके प्रभाव से कई बार लोगों की मृत्यु भी हो जाती है .

<> काल बैशाखी :- ग्रीष्म ऋतु में स्थलीय एवं गर्म पवन और आद्र समुद्री पवनों  के मिलने से तड़ित झंझा युक्त आंधी व तूफ़ान की उत्पत्ति होती है जिसे पूर्वोत्तर भारत में "नार्वेस्टर" और प. बंगाल में "काल बैशाखी" कहा जाता है.

<> आम्र वृष्टि :- ग्रीम काल में कर्नाटक में स्थलीय एवं गर्म पवन और आद्र समुद्री पवनों के मिलने से जो वर्षा होती है वह आम कि स्थानीय फसल के लिए लाभदायक होती है इसलिए इसे "आम्र वृष्टि" कहते है.

<> चक्रवात :-  वायुदाब में अंतर के कारण जब केंद्र में निम्न वायुदाब और बाहर उच्च वायुदाब हो तो वायु चक्राकार प्रतिरूप बनती हुई (उत्तरी गोलार्ध में Anti-Clockwise) उच्च दाब से निम्न दाब की ओर चलने लगती है इसे चक्रवात कहते है.



द्वारा :- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र)

Sunday

सम-सामयिकी, सितम्बर 2010

* भारतीय रुपये के नए प्रतीक चिन्ह का निर्माण तमिलनाडु के डी.उदयकुमार ने किया . यह प्रतीक चिन्ह रोमन और देवनागरी लिपि का सम्मिलित रूप है.

* जयपुर स्थित "जंतर-मंतर" (18 वी सदी में निर्मित) को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल किया गया. भारत में अब तक 28 स्थानों को इस सूची में शामिल किया गया है.

* ब्लैकबरी विवाद- सुरक्षा कारणों से कुछ देशों ने ब्लैकबरी फ़ोन के ईमेल, एस.एम्.एस., और वेब सर्फिंग पर रोक लगा दी है. ज्ञात हो की फ़ोन निर्माता कम्पनियाँ ये सुविधाएँ अपने स्तर में देती है जिससे उस देश विशेष में सुरक्षा के दृष्टीकोण से जांच नहीं हो पाती. भारत में भी सुरक्षा के लिहाज से इस सम्बन्ध में विचार किया जा रहा है.

* साईना नेहवाल को देश के सबसे प्रतिष्ठित "राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार-2010"  से सम्मानित किया गया. साईना विश्व में नंबर 2 क्रम की बैडमिन्टन खिलाडी है.

* जिमेना नवारेतिको (मेक्सिको) को वर्ष 2010 के मिस यूनिवर्स के ख़िताब से नवाजा गया.

* जम्मू & कश्मीर के लद्दाख स्थित लेह कस्बे में बदल फटने के कारण आई बाढ़ से 150 लोगों की मृत्यु और 500 से अधिक् घायल हो गए है.

* मुश्लिम कांफ्रेंस के मुखिया अतीक अहमद खान को पाक अधिकृत कश्मीर का प्रधानमंत्री बनाया गया.

* आफ्रिका के देश केन्या में जनता ने मतदान के द्वारा नए संविधान को बनाने की स्वीकृति प्रदान की.

* सिंगापूर में विश्व के प्रथम "युवा ओलम्पिक खेलों" का आयोजन (अगस्त 2010) किया गया.

* संयुक्त राष्ट्र संघ एवं अमेरिका ने "हरकत उल जिहाद इस्लामी" को वैश्विक आतंकवादी संगठन की सूची में शामिल किया.

* एस.वाय.कुरैशी भारत के 17 वे मुख्य चुनाव आयुक्त बनाये गए. दो अन्य आयुक्त हरिशंकर ब्रम्हा, और बी.एस.संपत है.

* भारत में बाल कल्याण एवं अधिकार के लिए यूनिसेफ ने अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को राजदूत / एम्बेसडर बनाया है.

* तेजश्वानी सावंत ने विश्व शूटिंग चैम्पियनशिप में विश्व रिकार्ड के बराबरी कर गोल्ड मेडल जीता.

* भारतीय रक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना बिनोला (गुडगाँव, हरियाणा) में होगी.

* गुजरात, भारत का एकमात्र राज्य है जिसने स्कूलों और महाविद्यालयों में मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल पर प्रतिबन्ध लगा दिया है.

* वियना (ऑस्ट्रिया) में 18 वी अंतर्राष्ट्रीय एड्स कांफ्रेंस का आयोजन किया गया.

* जाति आधारित जनगणना को केंद्र सरकार ने मंजूरी प्रदान की, इससे पहले जाति आधारित जनगणना 1931 में की गई थी.

* प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना का प्रारंभ राजस्थान के गंगानगर जिले से किया गया इसके तहत प्रारंभिक स्तर पर 5 राज्यों के 1000 ग्रामों का चयन किया गया है और उसके पश्चात् सभी राज्यों की 44000 गावों को इसमें शामिल किया जायेगा.

* भारत ने उपग्रह आधारित नेविगेशन प्रणाली "गगन" (GPS Added Geo Augmented Navigation) का प्रारंभ किया .

* डी.आर.डी.ओ (DRDO) ने एक नए चालक रहित विमान " नेत्र " का विकास किया .

* संयुक्त राष्ट्र संघ ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए महिलाओं के नए निकाय " यू. एन. वुमैन " का गठन (जनवरी 2010 से ) किया.

* तिब्बत की प्रमुख बौद्ध संस्था ने " लोसांग दोजे " को "लिविंग बुध्द" घोषित किया.


<> खेल महोत्सव <>
  • संतोष ट्राफी 2010- कोलकाता के "साल्ट लेक " स्टेडियम में बंगाल ने पंजाब को 2 -1 से हराकर संतोष ट्राफी जीत ली.
  •  भारतीय महिला हांकी टीम की पूर्व कप्तान "प्रीतम सिवाच" को वर्त्तमान महिला हांकी टीम का कोच बनाया गया है.
  • फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार रूस की टेनिस खिलाडी "मारिया सारापोवा" सर्वाधिक धन कमाने वाली महिला खिलाडी है.
  • अक्टूबर में होने वाले कामनवेल्थ खेलों के लिए 6 खिलाडियों को राजदूत/ एम्बेसडर बनाया गया है. अभिनव बिंद्रा (शूटिंग), साईना नेहवाल (बेडमिन्टन), विजेंदर सिंह (बोक्सिंग), समरेश जंग (तीरंदाजी), एम्.सी.मेरिकोम (बोक्सिंग) और सुशील कुमार (कुश्ती).



द्वारा:- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र)


Friday

सिन्धु घाटी की सभ्यता

परिचय :- भारत व विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में सिन्धु सभ्यता का स्थान अतिविशिष्ट है. पुरातत्व विभाग द्वारा 1921 में हड़प्पा (जिला-मोंटगोमरी, प.पंजाब ) और  1922 में मोहनजोदड़ो (जिला-लरकाना, सिंध) जैसे नगरों की खोज से इस विशाल सभ्यता का पता चला जो सिन्धु घाटी या हडप्पा सभ्यता के नाम से जानी जाती है.

काल :- कार्बन डेटिंग विधि से इसे लगभग 5000 वर्ष पूर्व का माना जाता है जबकि इसका काल 3000 ई.पू से 1700 ई.पू के बीच कहा जाता है.

लोगों का जीवन :- नगरीकृत संस्कृति थी, कृषि एवं पशुपालन इनका मुख्य व्यवसाय था. ये गेहूं, जौ, मटर, तरबूज आदि का उत्पादन करते थे और बैल, हांथी, भैंस, घोड़े,सूअर आदि का पालन करते थे. सूती व ऊनी धागा तैयार करना एवं  उनसे कपडे बनाना जानते थे. सिन्धु समाज मातृसत्तात्मक था.

कला तथा धर्म :- सभ्यता के लोगों की कलात्मक जानकारी उनके बर्तनों पर चित्रकारी, सिक्कों के चलन, और आभूषण आदि से पता चलती है. वे प्रकृति पूजा व पुनर्जन्म में विश्वास रखते थे. उनकी मुहरों से भाषा एवं लिपि का ज्ञान होता है जो अभी तक पढ़ी नहीं जा सकी है.

नगर तथा भवन निर्माण :- सिन्धु सभ्यता की नगर योजना सबसे विकसित थी लगभग 33 फीट चौड़ी सड़कें और पक्के मकान, चौराहे बने थे. नगरों में समकोण आधारित सड़कें, कब्रिस्तान, अनाज भंडारगृह और पक्की ईंटों के तालाब (सामूहिक स्नानागार) आदि का निर्माण था जो की तत्कालीन सभ्यता में अद्वितीय था. यहाँ के भवनों में दरवाजे, खिड़कियाँ, रोशनदान, पक्के फर्श, स्नान गृह, नालियां आदि बने थे.

सुमेरियन तथा मेसोपोटामियन सभ्यता से समानता :- इतिहासकारों के अनुसार सिन्धु सभ्यता और सुमेरियन सभ्यता के बीच घनिष्ठ व्यापारिक एवं सांस्कृतिक सम्बन्ध थे.सुमेरियन साक्ष्यों में सिन्धु सभ्यता का उल्लेख "दिलमुन" नाम से है. सुमेरियन एवं मेसोपोटामियन सभ्यता में भी पक्की ईंटों के भवन, पीतल व तांबे का प्रयोग, चित्रमय मुहरें आदि प्रचलित थी.

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य :-
  • मोहनजोदड़ो के धान्य कोठार इस सभ्यता की सबसे बड़ी संरचना है.
  • लोथल (भोगवा नदी के तट पर) में सिन्धु  सभ्यता का एकमात्र बंदरगाह स्थित था.
  • सिन्धु क्षेत्र को मेहुल भी कहा गया है. चावल के साक्ष्य लोथल व रंगपुर से मिले है.
  • इस सभ्यता का सबसे विकसित स्थल धौलावीरा था.
  • हडप्पाकालीन लोगों को लोहे का ज्ञान नहीं था.
  • कपास के सर्वप्रथम खेती हडप्पा सभ्यता के लोगों ने किया. इनकी अर्थव्यवथा का मुख्य आधार कृषि था.
  •  
वैदिक या आर्य सभ्यता
परिचय :- सिन्धु सभ्यता के पश्चात् भारत में आर्य या वैदिक सभ्यता का विकास हुआ.  आर्यों के कारण ही भारत को आर्यावर्त कहा गया. इस समय वेदों की उत्त्पत्ति हुई इसलिए इसे वैदिक काल भी कहते है. भारत की वर्तमान सभ्यता और संस्कृति आर्यों की ही देन है.

वैदिक काल :- इस सभ्यता का विस्तार 1500 ई.पू. से 600 ई.पू. तक था.

लोगों का जीवन :- वैदिक ग्रामीण संस्कृति संगठित थी, लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि व पशुपालन था.  वैदिक लोग विनिमय आधारित व्यापारिक क्रियाओं में लिप्त थे और विदेशों से सांस्कृतिक सम्बन्ध भी रखते थे. संयुक्त एवं पितृसत्तात्मक परिवार का चलन था महिलाओं को प्रतिष्ठापूर्ण स्थान प्राप्त था. मांसाहार और शाकाहार दोनों का चलन था. समाज मुख्यतः ब्राम्हण, क्षत्रिय, वैश्य, व शुद्र में विभाजित था. घरेलू उद्योगों में बढई, धातुकर्ता का प्रमुख योगदान था. सामाजिक विभाजन का आधार वर्ण न होकर व्यवसाय था.


वैदिक साहित्य :- वैदिक कालीन साहित्य के अध्ययन से ज्ञात होता है कि वैदिक जीवन उच्च कोटि का था. प्रमुख साहित्य में वेद, उपनिषद, पुराण, स्मृतियाँ, वेदांग आदि शामिल है.
  • वेद => आर्यों के सबसे प्रमुख ग्रन्थ वेद है. ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, और अथर्ववेद में से प्रथम तीन को मिलाकर "वेदत्रयी" कहा जाता है. वेदों में मंत्र एवं ऋचाओं (श्लोक) का संकलन है.
  • उपनिषद => ये आर्यों के दार्शनिक ग्रन्थ है जिसमे आत्मा और ब्रम्हा के सम्बन्ध में उच्चकोटि का दार्शनिक चिंतन किया गया है. उपनिषदों कि संख्या 108 है जिनमे से मुंडकोपनिषद, छान्दोग्योप्निषद, जबालीउपनिषद आदि प्रमुख है.
  • ब्राम्हण => वेदों की व्याख्या हेतु ये ग्रन्थ गद्द में लिखे गए है. इनमे यज्ञादि नियमों (कर्मकांडों) का संग्रह है.
  • आरण्यक => एकांत वनों में इनका अध्ययन करने से इन्हें आरण्यक कहते है. इनकी भाषा एवं शैली ब्राम्हण ग्रंथों के समान है. इनमे दार्शनिक एवं रहस्यात्मक विषयों का वर्णन है.
  • स्मृतियाँ => इसे धर्मशास्त्र भी कहते है. इनमे सर्वाधिक प्रसिध्द "मनुस्मृति"  है. इसमें मनुष्य एवं समाज कि व्यवस्था हेतु नियमों का संकलन है. मनु को हिन्दू विधि-विधान रचियेता भी कहा जाता है.
  • वेदांग => ये वेदों के अंग है जिनके माध्यम से वेदों को समझा और विशिष्ट ज्ञान प्राप्त किया जाता है. इनकी संख्या 6 है. 1- शिक्षा,  2- कल्प,  3- निरुक्ति,  4- छंदशास्त्र,  5-ज्योतिष,  6-व्याकरण.
 वैदिक कालीन धर्म :- वैदिक संस्कृति मुख्यतः कबीलाई जीवन पर आधारित थी. आर्य बहुदेववादी होते हुए भी एकेश्वरवाद में विश्वास करते थे. इन्द्र, वरुण, अग्नि, प्रजापति, आदि प्रमुख देवता थे. यज्ञों (5 प्रकार के यज्ञ) का अत्यधिक महत्त्व था. 

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य :-
  •  आर्यों की उत्पत्ति मैक्समुलर ने मध्य एशिया, बाल गंगाधर तिलक ने उत्तरी ध्रुव, और दयानंद सरस्वती ने तिब्बत में कही है.
  • "गायत्री मंत्र" का उल्लेख ऋग्वेद में और "सत्यमेव जयते" का वर्णन मुन्द्कोपोनिषद में है.
  • घोषा, अपाला, लोपमुद्रा, एवं विश्ववारा आदि विदुषी महिलाओं ने भी ऋग्वेदिक मन्त्रों की रचना की थी.
  • राजा पर नियंत्रण हेतु सभा, समिति, और विदथ जैसी संस्थाएं थी.
  • जाबालोपनिषद में सर्वप्रथम आश्रम व्यवस्था (ब्रम्हचर्य,गृहस्थ,वानप्रस्थ,सन्यास) का उल्लेख था.
  • ऋग्वेद के पुरुषशुक्त में सर्वप्रथम चारो वर्णों का उल्लेख है.
  •  ऋग्वेद में 1028 शूक्त और 10 मंडल है.
  • वैदिक कालीन लोगों ने सर्वप्रथम तांबे का प्रयोग किया.
  • ऋग्वेदिक काल में सबसे अधिक इन्द्र देवता को पूजा जाता था.
  • यजुर्वेद के प्रमुख देवता प्रजापति है.




द्वारा:- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (म.प्र)

Thursday

भारत में विभिन्न निकाय

<> अंतर्राज्यिक परिषद्
  • भारत के राष्ट्रपति द्वारा वर्ष 1990 में संविधान के अनुच्छेद 263 के अंतर्गत अंतर्राज्यिक परिषद् की स्थापना की गई.
  • परिषद् का कार्य राज्यों से सम्बंधित नीति और उनमे समन्वयकारी सिफारिश करना है.
  • यह परिषद् राज्यों के बीच परस्पर उत्पन्न विवादों की जांच और उसपर अपनी सलाह देता है.
  • परिषद् में प्रधानमंत्री सहित 6 मनोनीत कैबिनेट मंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री/प्रशासक शामिल होते है.
 <> राष्ट्रीय एकता परिषद् 
  • केंद्र सरकार ने वर्ष 1986 में इस संविधानेत्तर निकाय की स्थापना की.
  • इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यकों की कल्याण के लिए कार्य करना है.
  • यह निकाय सांप्रदायिक सद्भाव बनाने सहित अयोध्या विवाद जैसे मुद्दों पर मध्यस्थ की भूमिका निभाता है.
  •  इसमें केन्द्रीय मंत्री सहित राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रादेशिक राजनैतिक दल के प्रतिनिधि, सार्वजानिक संगठन, पत्रकार, महिला, और श्रमिक संघों के प्रतिनिधि सदस्य होते है.
<> क्षेत्रीय परिषद् 
  • संविधान में क्षेत्रीय परिषदों का प्रावधान नहीं था लेकिन संसद द्वारा एक अधिनियम से इसकी स्थापना 1956 में की गई .
  • भारत में 5 क्षेत्रीय परिषदें राज्यों के सामान्य हितों के विषय में सलाह देती है.
  • इसका अध्यक्ष भारत का गृहमंत्री या राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत कोई व्यक्ति हो सकता है. राज्यों के मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल द्वारा मनोनीत दो मंत्री इसके सदस्य होते है.
  • राज्यों के सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु सलाह देना और दो या दो से अधिक राज्यों के मध्य सीमा विवाद की स्थिति में उचित परामर्श देना, जनता में भावनात्मक एकता उत्पन्न करना, क्षेत्रवाद-भाषावाद को रोकना आदि इसके मुख्य कार्य है.
  • भारत में कुल 5 क्षेत्रीय परिषदें कार्यरत है जो निम्न है.
  1. उत्तर क्षेत्रीय परिषद् :- इसका मुख्यालय दिल्ली में  है और इसमें शामिल राज्य जम्मू & कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, एवं राजस्थान है.
  2. मध्य क्षेत्रीय परिषद् :- इसका मुख्यालय इलाहाबाद में और उत्तर प्रदेश- मध्य प्रदेश राज्य आते है.
  3. पूर्व क्षेत्रीय परिषद् :- इसका मुख्यालय कोलकाता में है और इसमें बिहार, प.बंगाल, उड़ीसा सहित सभी पूर्वोत्तर राज्य शामिल है.
  4. पश्चिम क्षेत्रीय परिषद् :- इसका मुख्यालय मुंबई में है और इसमें महाराष्ट्र, गोव, एवं दमन-दीव राज्य शामिल है.
  5. दक्षिण क्षेत्रीय परिषद् :- इसका मुख्यालय चेन्नई में है और कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पुदुचेरी, आदि राज्य सदस्य है.
<> योजना आयोग 
  • यह एक संविधानेत्तर निकाय है जिसकी स्थापना 1950 में संसद द्वारा पारित अधिनियम से की गई.
  • इसका उद्देश्य आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए एक समेकित पंचवर्षीय योजना का निर्माण करना और इसके निमित्त केन्द्रीय सरकार के लिए सलाहकारी निकाय के रूप में कार्य करना.
  • योजना आयोग भौतिक और मानव संसाधन के संतुलित उपयोग हेतु उचित अध्ययन कर चरणबध्द तरीके से योजना का मूल्यांकन कर निर्देश जारी करता है.
  • इसका पदेन अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है और राज्यों के मुख्यमंत्री इसके सदस्य होते है.
<> राष्ट्रीय विकास परिषद् 
  • इस संविधानेत्तर निकाय का गठन 1952 में योजना आयोग के एक अनुषंगी संघ के रूप में किया गया जिससे राज्यों को योजनाओं के निर्माण में सहभागी बनाया जा सके.
  • प्रधानमंत्री इसका पदेन अध्यक्ष और राज्यों के मुख्यमंत्री इसके सदस्य होते है.
  • योजना आयोग को प्रभावकारी और गतिशील बनाकर इसकी प्रगति समीक्षा के माध्यम से अंतिम अनुमोदन करना इसका मुख्य कार्य है.
  • महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समरूप आर्थिक नीतियों के अंगीकरण को प्रोत्साहित करना.
  • योजना आयोग की सिफारिशों का अंतिम अनुमोदन करता है.



द्वारा :- विवेकानंद उर्जा पुंज, जबलपुर (मध्य प्रदेश).

Tuesday

सफलता के प्राकृतिक नियम


निश्चित ध्येय :- लक्ष्य कागज में साफ साफ लिख लेना लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में पहला कदम है. क्योकि ऐसे आदमी के लिए कुछ भी असंभव नहीं है जिसे पता है की उसे क्या चाहिए और जिसने उस चीज़ को हासिल करने का मन बना लिया है.ध्येय निश्चित कर लेने के पश्चात् अपने मन को ध्येयप्राप्ति के पागलपन और ध्येय प्राप्ति के विश्वास से इस प्रकार भर ले की आप खुद को ध्येय प्राप्त अवस्था में देख सके.
माइकल एंजेलो नामक मूर्तिकार से जब पूछा गया कि आपने इतनी सुन्दर मूर्ति कैसे बनाई ?
तो शिल्पकार ने कहा, "कुछ नहीं मूर्ति पहले से पत्थर के अन्दर थी मैंने सिर्फ अनावश्यक भाग हटा दिया" l
आपको अपने ध्येय के प्रति इतना स्पष्ट होने कि जरुरत है कि उसका चित्र अपने दिमाग में और आँखों के सामने स्पष्ट दिखाई दे.

विचार शक्ति :- 
एक विद्यालय में अध्यापिका ने प्रयोग किया l 
अध्यापिका ने कक्षा में बताया कि वैज्ञानिक शोध के अनुसार "नीली आँखों वाले बच्चे भूरी आँखों वाले बच्चों से ज्यादा होशियार होते है और जल्दी सीखते है.
फिर उस अध्यापिका ने उस कक्षा को दो समूहों में बाँट दिया l एक समूह में नीली आँखों वाले बच्चों का था जो रिपोर्ट के अनुसार होशियार था और दूसरा समूह भूरी आँखों वाले अर्थात बुध्धू बच्चों का था l 
लगभग एक सप्ताह बाद भूरी आँखों वाले बच्चों के अध्ययन स्तर में स्पष्ट गिरावट दिखाई देने लगी और नीली आँखों वाले बच्चों का स्तर स्पष्ट रूप से बढ़ गया l
फिर एक सप्ताह पश्चात् अध्यापिका ने चौकाने वाली घोषणा कि -  उसने कहा "मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई थी मैंने वैज्ञानिक परीक्षण का निष्कर्ष तुम लोगों को एकदम उल्टा बता दिया था वास्तव में भूरी आँखों वाले बच्चे होशियार होते है और तेजी से विकास करते है.
फिर क्या था इस घोषणा के बाद भूरी आँखों वाले बच्चे आगे बढ़ गए और नीली आँखों वाले बच्चों के स्तर में गिरावट आने लगी.
निष्कर्षतः हम वही बनते है जो हम सोचते है l  इसलिए हमें जो हासिल करना है सिर्फ उसी में अपनी सोच, विचार और शक्ति केन्द्रित करें, जो नहीं चाहिए उस ओर ध्यान मत दीजिये.


अथक और अविरत रूप से अपनी संपूर्ण शारीरिक और मानसिक शक्ति एक स्थान पर केन्द्रित करना ही सफलता कि पहली शर्त है.
                                    " थामस एडिसन "


Sunday

भारत की प्रमुख नदी परियोजनाएं

बहु-उद्देशीय नदी घटी परियोजनाओं को "आधुनिक भारत का मंदिर" कहते है क्योकि इसके निम्न लाभ है l
  1. सिंचाई का प्रबंध,
  2. जल विद्युत् का उत्पादन,
  3. बाढ़ नियंत्रण,
  4. पर्यावरण की रक्षा,
  5. अन्तः-स्थलीय नौपरिवहन का विकास,
  6. भू-संरक्षण और मत्स्य पालन का विकास.
देश की कुछ प्रमुख नदी परियोजनाएं 
1 . दामोदर घटी परियोजना:-
  • दामोदर नदी में विकसित स्वतंत्र भारत की "प्रथम बहु-उद्देशीय नदी परियोजना"
  • इस योजना को अमेरिका की "टिनेसी योजना" के माडल के आधार पर बनाया गया.
  • दामोदर नदी को पहले बंगाल का शोक कहा जाता था.
  • इस परियोजना के तहत " तिलैया बांध, कोनार बांध, मैथन बांध, पंचेत बांध और दुर्गापुर बैराज का निर्माण किया गया है.
  • इसका उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई एवं विद्युत् उत्पादन है.
  • इसका मुख्या लाभ झारखण्ड और प.बंगाल राज्यों की मिलता है.
2 . कोसी परियोजना:-
  • बिहार का शोक मानी जाने वाली कोसी नदी पर भारत और नेपाल की संयुक्त परियोजना.
  • कोसी नदी में निर्मल "हनुमान नगर बैराज" से नहर निकाली गई है.
  • इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण है और बिहार-नेपाल के लिया लाभदायी योजना है.
3 . गंडक परियोजना :-
  • यह भारत-नेपाल के बीच गंगा की सहायक गंडक नदी पर बनी है.
  • इसका उद्देश्य सिचाई व विद्युत् उत्पादन है.
  • इससे नेपाल, बिहार, और उत्तर प्रदेश को लाभ होता है.
4 . हीराकुंड बांध परियोजना:-
  • उड़ीसा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर महानदी में बना भारत का यह सबसे लम्बा बाँध (4.8 कि.मी.) है.
  • महानदी के डेल्टा क्षेत्रों में बाढ़ नियंत्रण के लिए इस योजना को प्रारंभ किया गया.
  • सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, और विद्युत् उत्पादन इसके मुख्य उद्देश्य है. 
5 . तुंगभद्रा नदी परियोजना:-
  • तुंगभद्रा नदी पर स्थित कर्नाटक और आंध्र प्रदेश कि संयुक्त परियोजना,
  • सिंचाई और विद्युत् उत्पादन इसके मुख्य उद्देश्य है.
 6 . नागार्जुन सागर परियोजना:-
  • आंध्र प्रदेश में  कृष्णा नदी पर बनी इस परियोजना का नामकरण प्रसिध्द बौध्द संत नागार्जुन के नाम से किया गया.
  • इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई एवं विद्युत् उत्पादन है.
  • इससे लाभान्वित राज्य कर्नाटक और आंध्र प्रदेश है.
7 . भाखड़ा-नांगल परियोजना:-
  • पंजाब में सतलुज नदी में स्थित भारत की सबसे बड़ी बहु-उद्देशीय परियोजना है.
  • भूकंपीय क्षेत्र में स्थित यह विश्व का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध है.
  • इस बाँध के पीछे बनी झील का नाम गोविन्द सागर है जो की सिखों के 10वे  गुरु गोविन्द सिंह के नाम से है.
  • इसकी सहायक इंदिरा गाँधी परियोजना के तहत राजस्थान तक इंदिरा नहर का विकास किया गया है. जो की भारत की सबसे बड़ी नहर प्रणाली है .
  • इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई एवं विद्युत् उत्पादन है.
  • पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा इससे लाभान्वित होने वाले राज्य है.
8 . थीन बाँध परियोजना (जमनालाल बजाज सागर):-
  • पंजाब में रावी नदी पर स्थित परियोजना.
  • सिंचाई एवं विद्युत् उत्पादन मुख्य उद्देश्य 
9 . चम्बल घाटी परियोजना :-
  • चम्बल नदी में स्थित मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की संयुक्त परियोजना,
  • इस योजना के तहत मध्य प्रदेश में गाँधी सागर और राजस्थान में राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर एवं कोटा बैराज बांधों का निर्माण किया गया है.
  • इसका मुख्य उद्देश्य मृदा संरक्षण , सिंचाई एवं विद्युत् उत्पादन है.
  • इससे लाभान्वित राज्य मध्य प्रदेश और राजस्थान है.
10 . नर्मदा घाटी परियोजना :-
  • इसके तहत 5 बड़े बांधों का निर्माण किया गया है. रानी अवन्ती सागर (बरगी बाँध), इंदिरा सागर, सरदार सरोवर बाँध, महेश्वर बाँध, ओम्कारेश्वर बाँध. 
  • इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई, जल-विद्युत् उत्पादन और मृदा संरक्षण है.
  • सरदार सरोवर बाँध मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र व राजस्थान की संयुक्त परियोजना है.
  • मेघा पाटकर द्वारा "नर्मदा बचाओ आन्दोलन" उल्लेखनीय है.

अन्य प्रमुख नदी परियोजनाएं,
 
 
 परियोजना का नाम 
 नदी 
 सम्बंधित राज्य 
मयूराक्षी परियोजना
मयूराक्षी नदी
प.बंगाल 
फरक्का परियोजना
गंगा / भागीरथी
प.बंगाल
काकरापारा परियोजना
ताप्ती नदी
गुजरात
उकाई परियोजना
ताप्ती नदी
गुजरात
पोचम्पाद परियोजना
गोदावरी नदी
कर्नाटक
रिहंद परियोजना
रिहंद नदी
उत्तर प्रदेश
इदुक्की परियोजना
पेरियार नदी
केरल
माताटीला परियोजना
बेतवा नदी 
मध्य प्रदेश
जायकवाड़ी परियोजना
गोदावरी नदी
महाराष्ट्र
नाथपा-झाकरी परियोजना
सतलुज नदी
हिमाचल प्रदेश
मचकुंड परियोजना
मचकुंड नदी
उड़ीसा और आंध्र प्रदेश
तुलबुल परियोजना
झेलम नदी
जम्मू & कश्मीर
दुलहस्ती परियोजना
चिनाब नदी 
जम्मू & कश्मीर
कोयना परियोजना
कोयना नदी
महाराष्ट्र
सलाल परियोजना
चिनाब नदी
जम्मू & कश्मीर
टनकपुर परियोजना
महाकाली नदी 
भारत-नेपाल सीमा (उत्तर प्रदेश)
साबरमती परियोजना
साबरमती नदी
गुजरात
शारदा परियोजना
शारदा नदी
उत्तर प्रदेश
बाण सागर परियोजना
सोन नदी
मध्य प्रदेश
मैटूर परियोजना
कावेरी नदी
तमिलनाडु
सबरिगिरी परियोजना
पम्बा-काकी
केरल
श्री सैलम परियोजना
कृष्णा नदी
कर्नाटक
चुखा परियोजना
वांग्चु नदी         
 
द्वारा:- विवेकानंद उर्जा पुंज,   जबलपुर (म.प्र)